जगत जननी मां दुर्गा की महिमा अपरम्पार है। मां Durga Chalisa: दुर्गा चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति सभी सांसारिक सुखों को प्राप्त कर सकता है। Durga Chalisa (दुर्गा चालीसा) का पाठ करने से व्यक्ति स्वर्ग लोक के सुख भी मृत्यु लोक में ही अनुभव कर लेता है। मां दुर्गा अत्यंत कृपालु है। वे बहुत जल्द प्रसन्न हो जाती है।
Durga Chalisa: दुर्गा चालीसा
Durga chalisa ka mahatv
मां दुर्गा जगत जननी है।वे अत्यंत कृपालु और दयालु हैं। मां दुर्गा की पूजा आराधना वंदना करने से व्यक्ति का परिवार सुखी जीवन , धन ऐश्वर्य आदि की प्राप्ति करता है। मां दुर्गा की पूजा उपासना करना अत्यंत सरल है। मां दुर्गा अत्यंत शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं तथा अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करती हैं।
मां दुर्गा की महिमा अत्यंत निराली है। वह अपने भक्तों का उद्धार करते हैं तथा दुष्टों का संघार करते हैं। मां के शरण में आने वाले शरणागत भक्त मृत्यु लोक में भी स्वर्गलोक का सुख प्राप्त करते हैं। शुक्रवार के दिन मां दुर्गा की पूजा आराधना की जाती है।
मां जगदंबा की पूजा अर्चना के लिए शुक्रवार का दिन विशेष होता है ।इस दिन दुर्गा जी की पूजा उपासना फलदाई मानी जाती है। साधक जो विशेष फल प्राप्ति हेतु विभिन्न प्रकार के विशेष उपाय भी करते हैं। मां जगदंबा की पूजा आराधना से साधक के सकल मनोरथ पूर्ण होते हैं।
दुर्गा पूजा के लाभ क्या है ?
मां दुर्गा की महिमा अत्यंत निराली है। वह अपने भक्तों का उद्धार करते हैं तथा दुष्टों का संघार करते हैं। मां के शरण में आने वाले शरणागत भक्त मृत्यु लोक में भी स्वर्गलोक का सुख प्राप्त करते हैं। शुक्रवार के दिन मां दुर्गा की पूजा आराधना की जाती है।
दुर्गा चालीसा हिंदी में लिरिक्स क्या है ?
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥
निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहू लोक फैली उजियारी॥
शशि ललाट मुख महाविशाला। नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥
रूप मातु को अधिक सुहावे। दरश करत जन अति सुख पावे॥